– हिंदू के घर जाकर भिक्षा लूंगा, आज से फिर शुरू किया चातुर्मास
जालोर.
संत अभयदास महाराज जालोर शहर के कालका कॉलोनी में रूके हुए है। कथा के दौरान जिस घर पर चढ़कर आमरण अनशन किया था उसी घर से कुछ दूरी पर रूके हुए है। यह घर बिशनसिंह राजपुरोहित का है। महाराज ने इस घर में मंगलवार से फिर चातुर्मास शुरू कर दिया है। सुबह हवन व अनुष्ठान किया। महाराज के कालका कॉलोनी में होने की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंच गई है। उन्होंने मंगलवार दोपहर बाद एक वीडियो जारी कर फिर जालोर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा है कि जालोर के कलेक्टर ने मेरी कथा का साफ मना कर दिया है। कलेक्टर ने कहा है कि अभयदास महाराज जालोर शहर में कथा नहीं सकते। अगर कथा करनी है तो आसपास के गांवों में कर सकते है। साथ ही महाराज ने कहा कि कलेक्टर मेरा शपथ पत्र मांग रहे है। शपथ पत्र वक्ता को देने की जरूरत नहीं होती है, समिति दे रही है। फिर भी मैंने शांति से कथा को लेकर पत्र लिखकर दिया है।
हिंदू के घर से भिक्षा लूंगा केवल
संत अभयदास महाराज ने कहा कि मैं जालोर शहर में हिंदू के घर से भिक्षा लूंगा। हमारा शास्त्र कहता है कि कोई भी हिंदू धर्म का संत अन्य धर्म के वहां जाकर भिक्षा नहीं लेता है। जहां पर मांस व शराब का सेवन होता है,वो भले हिंदू का घर हो भिक्षा नहीं लूंगा। उन्होंने कहा कि मैं किसी मुसलमान के घर पर भिक्षा नहीं लूंगा क्योकि 99 प्रतिशत मुस्लिम मांस खाते है। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं धर्म के लिए सदैव लड़ता रहूंगा। अब आदिवासी भाईयों का धर्मान्तरण कोई नहीं कर सकता है। इसलिए असम में मेरे पर मामला दर्ज हुआ। तखतगढ़ में विशाल गुरुकल बनाया है। यह मीणा, गरासिया व भील बीचों के लिए है। क्योकि इनका ज्यादातर धर्मान्तरण हो रहा है। यहां पर 500 बच्चे एक साथ पढ़ सकेंगे।
जांच के लिए पहुंची भाजपा की कमेटी
इधर, अभयदास प्रकरण की जांच को लेकर भाजपा द्वारा बनाई गई जांच कमेटी जालोर पहुंची। कमेटी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ सभी पक्षों से वार्ता कर मामले की जांच रिपोर्ट तैयार कर रही है।

