– बड़े नेता की नाराजगी की चर्चा सांचौर से लेकर जयपुर तक, सांचौर के बड़े नेता के मनाने की कोशिश के बाद भी नहीं मानें
सांचौर. अगर किसी घर पर कोई शाही शादी हो रही हो और उसमें बड़ी मेहनत से एक बड़े नेता को चीफ गेस्ट के रूप में बुलाया जाता है। उसके बाद उसी चीफ गेस्ट व विवाह परिवार के मुखिया के बीच विवाद खड़ा हो जाता है व चीफ गेस्ट नाराज होकर बिना आतिथ्य स्वागत करवाएं व भोजन किए बगैर लौट जाए तो कैसा महसूस होगा।
जी हां, ऐसी घटना बुधवार रात को सांचौर के एक गांव में वीआईपी शादी के दौरान घटित हुई। इस शादी में एक पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। उनको शादी में शिरकत करवाने के लिए काफी नेताओं से सिफारिश भी करवाई गई। उसके बाद पूर्व सीएम का बेटा भी इस शादी में भाग लेने के लिए बड़े चाव से आ रहे थे। लेकिन रास्ते में उनके पास विवाह वाले परिवार के मुखिया का कॉल गया एवं उसके बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया।
विवाद के कारण सीएम पुत्र शादी में जाने से पहले ही वापिस लौटने की तैयारी कर ली। परंतु बड़ी संख्या में पहुंचे मेहमानों के बीच बेइज्जती नहीं हो इसलिए स्थानीय बड़े नेता ने हस्तक्षेप कर अतिथि को शादी वाले घर तक बुला तो लिया पर वो विवाद खत्म नहीं हुआ। उस विवाद के चलते नेता ने स्वागत ठुकारने के साथ-साथ वहां पर भोजन भी नहीं किया। कुछ ही मिनटों में शादी से वापिस लौट गए। उनको मनाने की स्थानीय नेता ने भी बड़ी कोशिश की पर आखिर नेता नहीं मानें एवं वापिस चले गए। इस विवाद को लेकर अब सांचौर समेत प्रदेशभर में जमकर चर्चा हो रही है।
विवाद क्या था : नामी होटल में रूकने का नाम लिया तो नाराज हो गया था विवाह परिवार का मुखिया
द पड़ताल के सूत्रों के अनुसार विवाह परिवार के मुखिया ने पूर्व सीएम के बेटे को शादी में कितने समय में पहुंचने के समाचार लेने को लेकर फोन किया था। क्योंकि उनका बड़ी संख्या में मेहमान इंतजार कर रहे थे। तब नेता ने कहा कि सांचौर से कुछ ही दूरी पर पहुंच गया हूं एवं एक होटल का नाम लेते हुए कहा कि इसमें 10 मिनट रूकने के बाद पहुंच रहा हूं। होटल का नाम सुनते ही विवाह परिवार के मुखिया भड़क गए एवं बोल दिया कि अगर वहां पर जाना हैं तो हमारें यहां पर आना भी मत।
यह शब्द उनके द्वारा कहने पर नेता भी नाराज हो गए एवं उन्होंने आने से बिल्कुल मना कर दिया। उस नेता के आने की चर्चा पूरी शादी में हो चुकी थी तो वहां पर मेहमानों के बीच बेज्जइती नहीं हो, इसलिए यहां के एक बड़े स्थानीय नेता ने भी हस्तक्षेप किया। उन्होंने बड़ी मुश्किल से शादी में मनाकर बुलाया। आपकों बता दें कि शादी वाले परिवार व नामी होटल के मालिक के बीच पुराना विवाद चल रहा हैं, उसी कारण वो नाराज हो गए थे।
पहुंचने के बाद भी नहीं थमा विवाद, आखिरी नाराज होकर लौटे
नेता के पहुंचने के बाद आतिथ्य स्वागत सत्कार कार्यक्रम होने वाला था। इस पर नेता ने स्पष्ट मना कर दिया एवं नेताजी शगुन का लिफाफा देने लगें तो परिवार के मुखिया ने भी आक्रोश शब्दों में मना कर दिया। उससे नेता और ज्यादा नाराज होकर वहां से निकल पड़े। उसके बाद स्थानीय बड़े नेता भी पीछे-पीछे निकले पर वों आखिर नहीं मानें। सांचौर में भी नहीं रूककर दूसरे शहर की एक होटल में रूककर रात बिताई।