जालोर : के तस्कर ने बेटा-बेटी को 20 लाख में पेपर पढ़ाकर बना दिया था एसआई, ट्रेनिंग लेते एसओजी ने पकड़ा एसआई पेपर लीक मामले में एसओजी ने 2 और ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को गिरफ्तार किया है। यह दोनों सगे भाई-बहन है। जयपुर के राजस्थान पुलिस अकेडमी में ट्रेनिंग ले रहे थे।
एसओजी के पास दोनों के खिलाफ पेपर पढ़कर एसआई बनने की पुख्ता जानकारी मिलते ही जालोर के देवदा निवासी दिनेश कुमार पुत्र भागीरथ व प्रियंका पुत्री भागीरथ को गिरफ्तार कर लिया। यह मूलत: बागोड़ा के बासड़ा धनजी निवासी हैं एवं लंबे समय से जालोर के बागरा थाना क्षेत्र के देवदा में निवासरत है। इनके पिता भागीरथराम खुद अफीम तस्कर हैं जो पहले जेल जा चुका है।
गोपाल सारण से खरीदा था पेपर
ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों ने पेपर माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण से पेपर खरीदकर एसआई बने थे। गोपाल सारण खुद बर्खास्त पुलिस अधिकारी था। यह भूपेंद्र की गैंग में काम करता था। कुछ दिन पहले ही एसओजी ने आरोपी को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया था। उसके बाद इन दोनों की जानकारी मिली। इन दोनों आरोपियों की परीक्षा 14 सितंबर के दिन परीक्षा की थी। इन्होंने जयपुर में 200 फीट पर भूपेंद्र सारण के घर के पास ही इनोवा कार में बैठकर पेपर पढ़ा था। इस पेपर के बदलें में आरोपियों ने गोपाल सारण को 20 लाख रुपए दिए थे।
दिनेश पहले था पटवारी
पकड़ा गया आरोपी दिनेश पहले राजस्व विभाग में पटवारी था। बड़ी नौकरी का सपना देखते हुए दोनों भाई-बहन ने पेपर माफियाओं के साथ सांठगांठ कर नौकरी हासिल कर ली। एसआई में दिनेश की 99 वीं व प्रियंका की 132 वीं रैंक रही थी। दोनों आरोपियों को एसओजी ने 11 अक्टूबर तक रिमांड पर लिया है।