अब लेटा में मांगी है अनुमति, उसकी जांच करवा रहे, हमारा प्रयास जल्द अनुमति जारी करना
जालोर.
संत अभयदास प्रकरण को लेकर चल रहे विवाद के 10 दिनों बाद प्रशासन ने मंगलवार रात को प्रेसवार्ता कर विवाद पर बयान जारी किए है। जालोर एडीएम राजेश मेवाड़ा ने कहा कि पहले भगतसिंह स्टेडियम में कथा को लेकर अनुमति थी उस अनुमति को विवाद के बाद समिति के पदाधिकारियों ने विड्रो कर दी। उसके बाद भी दो बार आवेदन आए थे, वो आवेदन करने वालों ने अपने आवेदन वापिस ले लिए, इसलिए प्रशासन अनुमति नहीं दे पाया। हमारी तरफ से कोई अनुमति नहीं रोकी गई। एडीएम मेवाड़ा ने बताया कि सबसे पहले हनुमान सिंह ने अनुमति मांगी एवं उसके बाद वजाराम माली ने मांगी। इन्होंने आवेदन दोनों ने पहुंचकर विड्रो किया। इसका कारण महाराज द्वारा लगातार सोशल मीडिया पर दिए जा रहे वक्तव के कारण हो सकता है। वहीं मेवाड़ा ने बताया कि अब आवेदन सुरेश नोरवा ने मंगलवार को लेटा के लिए दिया है। प्रशासन लेटा में अनुमति जारी करने के लिए गृह विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार जांच करवा रही है एवं उसके बाद अतिशीघ्र अनुमति जारी कर देंगे। एडीएम ने कहा कि प्रशासन अनुमति के लिए हमेशा तैयार रहा है। एडीएम ने यह प्रेस वार्ता मंगलवार को आई भाजपा की तीन सदस्य कमेटी द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार करने के कुछ घंटे बाद की है।
10 दिनों से जो स्थिति बनी है वो अभयदास महाराज के वक्तव के कारण
एडीएम ने कहा कि यह जालोर 10 दिनों से स्थिति बनी है वो संत अभयदास महाराज के वक्तव के कारण बनी है। वहीं उन्होंने कहा कि 11 जुलाई को अनुमति दी थी जो विधिवत रूप से कथा चल रही थी। 18 जुलाई को भागवत कथा के दौरान श्रोताओं को किले पर बायोसा मंदिर जाने आह्वान किया। इस पर प्रशासन से कोई अनुमति नहीं मांगी जबकि झूलसे से जाने की तैयारी की जा रही थी। उसके बाद विवाद हुआ कथा करवाने वाली समिति ने भी समझाइश की लेकिन आयोजन समिति की नहीं मानी व सकारात्मक सहयोग भी नहीं किया।

